श्री माँ गंगा सेवा संस्थान का प्रबंधन
श्री माँ गंगा सेवा संस्थान का प्रबंधन, धन और अन्य प्रकार की वांछनीय सहायता के लिए सरकार, धन एजेंसियों, सहायता एजेंसियों, सहायता समुदायों, व्यावसायिक समूहों और लोगों द्वारा सहायता से किया जाता है। NGO को सदस्यों के शुल्क, निजी दान, अनुदान और सेवाओं सहित विभिन्न स्रोतों में चलाने के लिए मदद मिल सकती है। NGO एक धर्मार्थ और धार्मिक संगठनों के रूप में, विकास, भोजन, कपड़े, दवाइयों, उपकरणों, सुविधाओं और उपकरणों के वितरण के लिए निजी धन का प्रबंधन जरूरतमंद व्यक्तियों और समुदायों के लिए करता है।
1- संस्था के कार्यक्षेत्र के अंतर्गत क्षेत्र मे प्रति वर्ष गणेश महोत्सव का आयोजन व संचालन एवं प्रबंध कार्य करना तथा अन्य सांस्कृतिक/धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करना उसका प्रबंधकार्य एवं संचालन नियमानुसार करना |
2- संस्था के कार्यक्षेत्र मे प्रतिवर्ष सांस्कृतिक/धार्मिक कार्यक्रमों के अंतर्गत गणेश महोत्सव, देवी जागरण का आयोजन करना उसका प्रबंधकार्य एवं संचालन नियमानुसार संपादित करना |
3- इस संस्था का मुख्य उद्देश्य कार्यक्षेत्र के सभी व्यक्तियों मे सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक धार्मिक प्रवृत्ति उत्पन्न करना तथा कथा, भागवत, रासलीला, शोभा या सत्संग, जागरण, दंगल, भंडारा आदि धार्मिक कार्यक्रमों द्वारा मानव जीवन मे धार्मिक प्रव्रत्ति का संबंध करते हुए उनका चौमुखी विकास करना होगा | नागरिकों मे राष्ट्रीय एवं अखंडता , एकता , धर्म निरपेक्षता , सर्व धर्म सद्भाव , सांप्रदायिक सद्भाव एवं राष्ट्र प्रेम ,जन प्रेम , श्रष्टि प्रेम की भावनाओं को जाग्रत करना | तथा समाज के समस्त पीड़ितों , शोषित निर्धन, विकलांगों , विधवाओं , मूक बधिरों एवं निराश्रितों को आत्म निर्भरता की ओर अग्रसर करना |
4- संस्था के कार्य क्षेत्र मे सामाजिक कार्यक्रमों से संबन्धित कार्यक्रम आयोजित करना तथा उसका संचालन करना | तथा कमेटी के लोगों की समस्याओं के निराकरन हेतु प्रयास करना | उनकी समस्याओं से शासन प्रशासन को अवगत कराना तथा निदान करवाना |
5- समाज मे फैली हुई सामाजिक बुराइयों , भ्रष्टाचार , कुरीतिया, कुप्रथाओं को मूल रूप से नष्ट करने हेतु प्रयास करना दैवीय आपदाओं के समय पीड़ित जनता के मध्य राहत कार्य करना | उन्हे भोजन , दवा एवं वस्त्र एवं अन्य जीविकोपार्जन के लिए आवश्यक वस्तु एवं साधन निशुल्क उपलब्ध कराना | तथा उनके पुनः वास के लिए समुचित प्रयास करना | उन्हे हर यथा संभव मदद पहुचाना |
6- स्वास्थ्य विभाग के समक्ष अधिकारी या शासन प्रशासन की अनुमति से निशुल्क चिकित्सा संबंधी मेलों को आयोजन करना | जिसमे नेत्रा चिकित्सा , परिवार नियोजन संबंधी जानकारी , पोलियो से बचाव , मात्र एवं शिशु कल्याण संबंधी जानकारी प्रदान करना |
7- संस्था समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों , संस्थाओं , संथानो , नागरिकों ,दान , दाताओं , व्यापारिक प्रतिष्ठानो आदि से वित्तीय सहायता एवं अन्य ओरकर के सहयोग आदि प्राप्त करना |
8- पर्यावरण संरक्षण , नशा मुक्ति , परिवार कल्याण , स्वस्थ्य कल्याण , टीका कारण , व्रक्षारोपण , सामाजिक वानिकी , कुष्ठ उन्मूलन , दहेज उन्मूलन , हरियाली कार्यक्रम , प्रदूषण नियंत्रण , ऊषर बंजर भूमि सुधार , बागवानी विकास , वैकल्पिक ऊर्जा विकास , पशु पक्षी , जीव जन्तु संरक्षण , जल संचयन , नारी सशक्तिकरण आदि कार्यक्रमों के लिए प्रेरित करना व उनका प्रचार प्रसार व संचालन करना |
9- जन हितार्थ निशुल्क चिकित्सालय, अनाथालय , व्यायाम शाला , गौशाला , विधवा आश्रम , व्रद्धा आश्रम , शिशु पालन गृह , बाल बाणी , बाल सुधार गृह की स्थापना व संचालन एवं प्रबंध कार्य नियमानुसार संपादित करना |